एक हाउसवाइफ की जमकर चुदाई

Housewife Ki Chudai

कामवासना, गांड, चुम्बन, लंड चूसना, सेक्सी इंडियन भाभी

दोस्तों, मेरा नाम आर्य है और मैं 26 साल का हूँ। यह कहानी तीन साल पुरानी है, जब मैं मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में पढ़ाई करने आया था। मेरी ऊँचाई 5.6 इंच है और… आपको बताना नहीं चाहूंगा कि मेरे लिंग का आकार कितना है! लोग हमेशा अपनी ऊँचाई छह फीट और लिंग का आकार दस इंच बताते हैं जैसे वे किसी जानवर की तरह हों। यह कहानी 90% सच है और 10% मैंने खुद जोड़ा है।

दोस्तों, यह Hindi Sex Story है Aur थोड़ी लंबी है क्योंकि मुझे फोरप्ले का मज़ा आता है!

हमारी फैमिली भोपाल में रहती थी। मैंने इंदौर में एक बैंक में मार्केटिंग की नौकरी ली ताकि अपना खर्च निकाल सकूं। मुझे बैंक से लीड मिलती थी और मैं उनसे मिलकर उनके लोन, म्यूचुअल फंड आदि की जरूरतों को पूरा करता था। यह कहानी तीन साल पहले की है जब मुझे बैंक से एक लीड मिली और उसका नंबर और पता मिला। मैंने उसे कॉल किया, वह किसी श्री साहनी का नंबर था।

मैंने मोबाइल पर नहीं लगा तो लैंडलाइन पर लगाया। कोई महिला उठाई। मैंने खुद को पेश किया तो उसने मुझे घर पर बुलाया। 15 मिनट में मैं उस एड्रेस पर पहुँच गया। यह एक बहुत ही बड़ा और शानदार अपार्टमेंट था। मैंने लिफ्ट से उस फ्लैट तक जाकर डोरबेल बजाई। कुछ देर बाद एक महिला ने दरवाजा खोला। वह 28 या 30 साल की थी, भरा शरीर वाली और मरून रंग का टॉप पहने हुए थी। थोड़ा डीप था जिससे उसकी बूब्स की लाइन साफ दिख रही थी और अंदर का ब्लैक ब्रा का आकार भी दिख रहा था। चेहरा गोलाकार और बड़ी आँखें, होंठ इतने गुलाबी कि बिना लिपस्टिक के चमक रहे थे।

उसने कहा “आप कौन हैं?” मैं उससे परिचित हुआ तो उसने मुझे अंदर आने को कहा और नौकरानी से चाय और पानी लाने को कहा। उसका नाम आइशा था। फिर उसने मुझे बताया कि वह कुछ निवेश करना चाहती है। मैंने उसे कुछ अच्छे विचार दिए। वह थोड़ी खुले विचारों वाली थी और मैं भी हास्यप्रिय स्वभाव का हूँ, इसलिए हम दोनों के बीच अच्छी बातें होने लगीं। जब उसकी नौकरानी चाय लेकर चली गई तो मैंने चाय पीनी शुरू की और वह कुछ दस्तावेज पर साइन कर रही थी।

उसके झुकने से मुझे उसकी बूब्स की लाइन दिख रही थी। उसके बूब्स उसका ब्लैक टॉप में फिट नहीं हो रहे थे। जब वह थोड़ा हिलती तो उसके बूब्स किसी स्प्रिंग की तरह हिलने लगते। मैं उसके क्लीवेज को देख ही रहा था कि उसने अपना सर ऊपर उठा लिया। मैं हैरान रह गया और मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई। मैंने माफ़ी मांगी। उसने मुझे पानी दिया और अपना पल्लू ठीक किया। फिर जब मैं चाय पीने लगा तो उसने मुझसे अपना नंबर माँगा। मैंने अपना कार्ड दे दिया और कहा कि अगर कभी कोई काम हो तो आप मुझे कॉल कर सकती हैं।

उसने थोड़ा मुस्कुराया, मेरे डबल मीनिंग वाले शब्दों पर। अगले दिन उसका कॉल आया। मैंने बताया कि काम पूरा हो गया है। उसने कहा कि मैं आपको कॉल करके उसकी जानकारी लूंगी तो कोई समस्या नहीं? मैंने कहा नहीं, हमारा काम ही है कि ग्राहक को पूरी संतुष्टि देना। इस बात पर वह जोर से हँसी। उसकी हंसी इतनी सेक्सी थी जैसे कोई बच्ची हो। मैं उसके आवाज़ का दीवाना हो गया था। भूल गया कि वह मुझसे 4 साल बड़ी है। फिर उसने कहा “तुम बहुत मजेदार हो, तुम्हारा हास्य गजब का है!”

एक दिन रविवार को फिल्म देखने के लिए मैं मॉल गया। किस्मत से वहाँ मुझे वह दिखाई दी। वह ब्लैक टॉप और नीले जीन्स में थी। लाइट पिंक लिपस्टिक और सर पर गॉगल पहने हुए थे। मैंने कहा “हेलो!” पहले तो उसने मुझे नहीं पहचाना लेकिन बाद में हैरान होकर बोली “तुम यहाँ कैसे?” मैंने कहा रविवार था, सोचा फिल्म देख लेते हैं। उसने पूछा किसके साथ? मैंने कहा अकेले, मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है। उसने पूछा तो दोस्त होंगे? मैंने कहा मैं पागल नहीं हूँ कि दोस्त को बगल में बैठाकर रोमांटिक फिल्म देखूं! इस पर वह हँसी और बोली “चलो मुझे दिखाओ!”

मैंने कहा “तुम्हारी शॉपिंग?” उसने कहा “शॉपिंग तो एक बहाना था, मैं बस घूमने आई थी।” उसने कहा “तुम्हें कोई प्रॉब्लम नहीं है?” मैंने कहा “मेरी तो निकल पड़ी इतनी खूबसूरत कंपनी मिल रही है!” हम दोनों ने शौक से फिल्म देखी। हमारे सीट के पास परिवार बैठे थे। मैंने उसे एक अंकल की तरफ बैठा दिया क्योंकि दूसरी तरफ एक आदमी था। थोड़ी देर बाद वह मेरे तरफ हो गई। मैंने उस तरफ देखा तो वो बूढ़ा अंकल उसकी तरफ टिक रहा था। मैंने उसे कहा “अंकल, ठीक से बैठते नहीं बनता क्या?” वो शर्मिंदा होकर ठीक से बैठ गया। आइशा के चेहरे पर एक हल्की मुस्कान आई और वह मुझे देखने लगी। फिर मैंने अपना एक हाथ उसके पीछे से लेकर उससे पास रख लिया। उसने समझा कि कोई उसे छूना नहीं चाहता इसलिए मैंने ऐसा किया। फिल्म में एक सीन आया जब हीरोइन हीरो को पकड़कर किस करती है। उसे देखकर मैं गरम हो गया और अचानक मुझे वह अपनी तरफ खींचने लगी। उसने भी जवाब दिया।

मैंने अपना कंधा उसके ऊपर रख लिया। मेरी हिम्मत बढ़ गई। मैंने उसका चेहरा ऊपर करके उसके चमकदार रसीले लाल होंठों पर अपने होंठ रख दिए। इतने नरम और रसीले होंठ! मेरे लिंग खड़े हो गए। मैंने उसके निज्छला होंठ को चूसना शुरू कर दिया। उसने भी जवाब दिया और अपनी गर्म जीभ मेरे मुंह में डाल दी। अब मैं उसकी गर्म जीभ को चूस रहा था। उसकी गरम जीभ मेरी जीभ से खेल रही थी। मुझे नियंत्रण नहीं रहा और मैंने अपना एक हाथ उसके अंदर डाल दिया और उसके 34 साइज के मक्खन जैसा दूध को मसलने लगा और उसके ब्रा में हाथ डालकर उसके निप्पल को मसलना शुरू कर दिया और साथ ही उसे फ्रेंच किस भी करते हुए।

उसकी गरम जीभ चूसते हुए उसके लार का स्वाद भी ले रहा था। मैं रोक नहीं पाया और मैंने उसके नाजुक हाथों को पकड़कर अपने लिंग के ऊपर रख दिया। उसने मेरी ज़िप खोलकर उसमें हाथ डालकर उसे मसलना शुरू कर दिया। उसके नरम हाथ मेरे लिंग को मसल रहे थे और मैं उसके गुलाबी होंठों का रस चूस रहा था। मैंने उसके कान में धीरे से कहा “आइशा, कृपया मुझे यहाँ भी प्यार करो” और अपने लिंग की ओर इशारा किया। पहले तो उसने मना कर दिया लेकिन मैंने उसे कहा “कुछ नहीं होगा, अंधेरा है”। यह कहकर मैंने उसका सर अपने जांघो में झुका लिया।

पहले उसने मेरे लिंग की चमड़ी को नीचे की ओर किया और अपनी जीभ मेरे लिंग के छेद पर रख दी और मेरे लिंग के चारों तरफ घूमने लगी। मैं स्वर्ग में था! इतनी खूबसूरत, 4 साल बड़ी, हाई क्लास महिला मेरा लिंग चूस रही थी। उसने अपने होंठों की पकड़ मेरे लिंग के चारों ओर कर ली कि फिर धीरे-धीरे मेरे लिंग को अपने गुलाबी होंठों के अंदर डाल दिया। मैं जैसे पागल हो गया और मैंने अपना हाथ उसके जीन्स में पीछे डाल दिया क्योंकि वह झुकी हुई थी इसलिए उसकी गोरी गांड की रेखा दिख रही थी।

मैं एक हाथ से उसे सहला रहा था और दूसरा हाथ उसके बालों पर फेर रहा था। अब वह धीरे-धीरे अपने मुंह को आगे-पीछे कर रही थी फिर तेजी से उसके मुंह की गर्मी मेरा लिंग महसूस हो रहा था। उसका लार मेरे लिंग को पूरी तरह से सना गया था। मैं सातवें आसमान पर था! वह ज़ोर से 2 से लिंग अंदर बाहर कर रही थी। मैं उसके बालों को पकड़कर लिंग पर जोर दे रहा था। उसके लार और स्पीड के कारण हल्की सी पच-पच, चप्प-चप् की आवाज आ रही थी। फिर तेजी से उसने लिंग अपने मुंह में जड़ कर बाहर ले जाने लगी।

पच-पच, चप्प-चप् की आवाज के साथ ही मुझे लिंग में मेरा लिंग अंदर जा रहा था। आइशा को भी एहसास हो गया कि मेरा पानी निकलने वाला है। उसने अपने मुंह से बाहर निकलना ही चाहती थी कि मैंने उसके सर को मेरे लिंग पर दबा दिया और पूरा लिंग उसमें डालकर धीरे-धीरे आगे-पीछे कर रहा था। उसने समझा कि मैं क्या चाहता हूँ। उसने अपने होंठों से मेरे लिंग के चारों ओर कस लिया और मुझे एकदम झटका लगा। मैंने अपना सारा पानी उसके मुंह में छोड़ दिया। उसका गरम लार मेरा गरम शुक्र में मिल गया। उसने बिना मुंह खोले धीरे-धीरे पूरा शुक्र पी लिया।

मेरी उस पर पकड़ ली, उसके बाल बिछ गए थे। उसने अपने बालों को सही करके क्लिप लगा दी। फिर वह मेरे पास आ गई और बोली “चलो, चलते हैं।” हम बाहर आए और फिर वह घर जाने लगी तो मैंने कहा “इसके लिए मैं थोड़ा ही बाहर आया था!” तब उसने कहा कि उसके पति का आने का समय हो गया है। मुझे बहुत मजा आ रहा था लेकिन मुझे जाना पड़ा। मैंने उसे कार पार्किंग तक छोड़ दिया और वह अपनी कार में ड्राइविंग सीट पर बैठी थी और मुझसे पास आने का इशारा किया। मैं थोड़ा झुका और उसने मुझे एक हल्की किस देकर कहा “फिकर मत करो, अब बहुत कुछ चाहिए तुमसे” और मुस्कुराते हुए चली गई।

मैं कुछ देर वहाँ खड़ा रहा सोच रहा था कि मेरी किस्मत कितनी अच्छी है! इतनी खूबसूरत महिला ने मुझे चुना है। शाम को मैं उसके कॉल का इंतज़ार कर रहा था। लगभग 9 बजे उसका कॉल आया। मैंने जल्दी से कॉल उठाया और हमारी बातचीत शुरू हो गई। उसने कहा “आज के लिए धन्यवाद” तो मैंने कहा “तुमसे मिलकर अच्छा लगा”। उसने कहा “इतनी जल्दी नहीं, अब तुमसे एक बहुत जरूरी काम है।” मैंने पूछा क्या? उसने कहा “कल ही बताऊंगी।” फिर उसने मेरे परिवार और गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा। मैंने उसे बताया कि मैं अपने परिवार से 3 साल से अलग हूँ और कभी-कभी घर जाता हूँ और यहाँ पढ़ाई करता हूँ। उसने कहा “कल तुमको एक सरप्राइज मिलेगा”।

दोस्तों, अगले दिन क्या हुआ यह मैं अगली कहानी में बताऊंगा। लेकिन कृपया आपका कमेंट जरूर भेजें!